अलीपुर के पुलिस थाने में डिजिटलाइजेशन: वन क्लिक मैच पुराने केस हिस्ट्री! मलखाना थाना हुआ डिजिटल

# अलीपुर:

इस बार अलीपुर थाने में डिजिटल टच। इतने दिनों से कागज से भरा गोदाम अलीपुर थाना के गोदाम अधिकारी व अधिकारी के लिए सिरदर्द बनता दिख रहा था. कागज के ढेर और चूहे की दौड़ को देखकर जरूरी दस्तावेजों को बचाना पुलिस की बड़ी जिम्मेदारी थी। मामला खत्म होने के बाद भी उसका आसपास, बरामद सामग्री और दस्तावेज नहीं थे। अलीपुर थाना पुलिस पर हजारों पुराने कागजात व जब्त हथियार, सोना और धन का हिसाब रखने की जिम्मेदारी थी. इस बार अलीपुर थाने के ई-मलखाना में सभी रिकॉर्ड डिजिटल रूप से रखे जाएंगे। इस बार 198 से 2000 तक के सभी दस्तावेजों को डिजिटाइज किया गया।

अलीपुर कोर्ट की अनुमति से अलीपुर थाने के 198 से 2000 तक के सभी दस्तावेजों को डिजिटल रूप से रिकॉर्ड किया गया है और कागजात नष्ट कर दिए गए हैं। जब्त हथियारों को काशीपुर गनशेल फैक्ट्री भेजा जा रहा है। पुराने नोटों को जब्त करने से पहले भारतीय रिजर्व बैंक को भेजा जा रहा है। फिलहाल कोलकाता पुलिस के हर संभाग के एक खाते में करंट पैसा जमा किया गया है. सोने को कोलकाता पुलिस के सेंट्रल मलखाना भेजा जाएगा, जहां से इसकी नीलामी की जाएगी। अलीपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी अरूप बंदोपाध्याय ने कहा कि उन्हें इस पद्धति से अधिक लाभ हुआ है। हालांकि, चार पुलिसकर्मियों की अनुमति के बिना किसी को भी मलखाना में प्रवेश की अनुमति नहीं है।

पहले सभी लोग मलखाना जाते थे। अनुमति प्राप्त करने में कोई कठिनाई नहीं हुई। अलीपुर थाने में इस बार अनुमति मलखाना प्रमुख व सहायक सहित थाने के प्रभारी अधिकारी व अतिरिक्त प्रभारी को ही दी जाएगी. गोदाम में सभी के प्रवेश के लिए कार्ड और पासवर्ड बनाया गया है। मलखाना पर सीसीटीवी से होगी नजर इस गोदाम पर हमेशा सीसीटीवी कैमरों से नजर रहेगी। इस बार हमें मलखाना की फाइल लालबाजार नहीं ले जाना है। जानकारी एक क्लिक से मिल जाएगी।

द्वारा प्रकाशित:सुमन मजूमदार

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