अजित बोले- राजनीति में कोई परमानेंट दुश्मन या दोस्त नहीं: BJP के साथ जाने की वजह बताई, उद्धव ने कहा- NDA में शामिल पार्टियां धोखेबाज

मुंबई31 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

अजित 2 जुलाई को NCP के आठ विधायकों के साथ महाराष्ट्र की NDA सरकार में शामिल हुए थे।

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने रविवार (27 अगस्त) को कहा कि राजनीति में कोई परमानेंट दुश्मन या दोस्त नहीं होता। उन्होंने NCP तोड़कर NDA में शामिल होने की वजह भी बताई।

अजित ने बीड में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- महाराष्ट्र के विकास और यहां के लोगों की समस्या सुलझाने के लिए हमनें महायुति (भाजपा, शिंदे गुट की शिवसेना और अजित गुट की NCP का गठबंधन) ज्वॉइन किया है।

दूसरी तरफ महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने भाजपा और अजित पर निशाना साधा। रविवार को हिंगोली में रैली के दौरान उन्होंने कहा, ‘भाजपा आया राम, गया राम पार्टी है, जहां नेता पाला बदलते रहते हैं। NDA में शामिल अधिकतर पार्टियां धोखेबाज हैं। दूसरी पार्टियां तोड़कर लोग इसमें शामिल हुए हैं।’

उद्धव ने अमीबा और मालगाड़ी से की NDA सरकार की तुलना
उद्धव ने कहा, ‘वर्तमान NDA सरकार अमीबा की तरह है, जिसका कोई निश्चित आकार और आकृति नहीं है। पहले भाजपा कहती थी कि महाराष्ट्र में डबल इंजन की सरकार है। अब अजित की तीसरी इंजन भी जुड़ गई है। पता नहीं और कितने इंजन जुड़ेंगे। यह मालगाड़ी है क्या?’

एकनाथ शिंदे की तरह अजित ने 2 जुलाई को बगावत की थी
पिछले साल जून में शिंदे और पार्टी के 39 अन्य विधायकों ने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी। शिवसेना के दो हिस्से हो गए थे। इसके बाद शिवसेना, NCP और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार गिर गई। शिंदे ने इसके बाद भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली। एकनाथ शिंदे को सीएम भी बनाया गया।

इसी तरह इस साल 2 जुलाई को अजित पवार ने शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी। NCP के आठ विधायकों के साथ शिंदे के नेतृत्व में NDA सरकार से हाथ मिला लिया। इसी दिन महाराष्ट्र सरकार में अजित ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली। अन्य विधायकों को भी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया था।

ये खबर भी पढ़ें…

शरद बोले-अजित हमारे नेता, फिर बदले:कहा- जिन्होंने अलग रुख अपनाया वे हमारे नेता नहीं हो सकते

नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ शरद पवार ने 25 अगस्त को बारामती में कहा कि अजित पवार उनकी पार्टी के नेता हैं। NCP में कोई टूट नहीं हुई है। उन्होंने कहा, ‘कोई पार्टी तब टूटती है, जब पार्टी का एक बड़ा ग्रुप राष्ट्रीय स्तर पर अलग होता है। NCP में ऐसा कुछ नहीं हुआ।’ हालांकि, कुछ घंटों बाद शरद ने सतारा में कहा- उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा। पूरी खबर यहां पढ़ें…

खबरें और भी हैं…