हरियाणा में BJP ने बुधवार, 4 सितंबर को विधानसभा की कुल 90 सीटों में से 67 पर उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इसमें 17 विधायकों और 8 मंत्रियों को दोबारा टिकट दी गई है। पहली लिस्ट में 8 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया गया है।
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इसमें CM नायब सैनी को करनाल की जगह कुरूक्षेत्र की लाडवा सीट से लड़ेंगे। भाजपा ने रानियां सीट से बिजली मंत्री रणजीत चौटाला की टिकट काट दी है। अनिल विज को अंबाला कैंट से टिकट दी गई है।
हरियाणा की सभी 90 सीटों पर एक फेज में 5 अक्टूबर को मतदान होगा। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा। विधानसभा चुनाव 2019 में भाजपा और जननायक जनता पार्टी के गठबंधन ने राज्य में सरकार बनाई थी।
लिस्ट की खास बातें
- हिसार से टिकट की दावेदारी जता रहे नवीन जिंदल परिवार को भी झटका दिया गया है। यहां से मौजूदा विधायक मंत्री कमल गुप्ता को फिर टिकट दी गई है।
- 3 दिन पहले भाजपा में शामिल हुईं अंबाला की मेयर शक्तिरानी शर्मा को कालका से उम्मीदवार बनाया गया है।
- रतिया सीट से पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट दी गई है। लोकसभा चुनाव में सिरसा से उनकी टिकट काट दी गई थी।
- जजपा से आए पूर्व मंत्री अनूप धानक को उकलाना से टिकट दी गई है।
- तोशाम से कांग्रेस छोड़ भाजपा में आई किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया है।
- अटेली से केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव को टिकट दी गई है।
- जजपा छोड़ कांग्रेस की टिकट न मिलने पर भाजपा में आए पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली को टोहाना से टिकट दी गई है।
उम्मीदवारों की लिस्ट…
2 टर्म से भाजपा सरकार, एंटी इनकंबेंसी का खतरा
राज्य में 2 टर्म से भाजपा की सरकार चल रही है। साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल कर सरकार बनाई थी। तब मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके बाद 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुमत से चूक गई। भाजपा ने 10 सीट जीतने वाली जननायक जनता पार्टी (JJP) के साथ गठबंधन की सरकार बनाई। तब मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री और दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम बने।
साल 2024 में लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा और जजपा का गठबंधन टूट गया। इसके बाद भाजपा ने मनोहर लाल को बदलकर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया। लगातार 2 बार से सरकार बना रही भाजपा के सामने एंटी इनकंबेंसी की चुनौती है।