अलवरएक दिन पहले
अलवर के राजगढ़ में 300 साल पुराना मंदिर तोड़ने के मामले में सियासत तेज हो गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता भंवर जितेंद्र सिंह शनिवार दोपहर मौके पर पहुंचे और कहा- मंदिर यहीं बनेगा, लेकिन भाजपा पहले अपने नेताओं पर कार्रवाई करे। मंदिर तोड़ने के जिम्मेदार अधिकारियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। जिन लोगों के घर टूटे हैं और उनको रहने की जगह नहीं है ताे सरकार की ओर से सहायता दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा का बोर्ड है और बोर्ड में प्रस्ताव पास हुआ है। इसलिए, भाजपा को पहले कार्रवाई करनी चाहिए।
परिवार से मिले पूर्व कैबिनेट मंत्री
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के 6 दिन बाद शनिवार दोपहर राजगढ़ पहुंचे। उनके साथ कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली भी थे। इस दौरान पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भाजपा के नेताओं को लेकर कहा कि वे सिर्फ राजनीति करने आए हैं। यदि राजनीति नहीं करनी है तो पहले भाजपा को बोर्ड के चेयरमैन को निष्कासित करना चाहिए।अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव नगर पालिका में उन्होंने ही पास किया। उसके बाद ही प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की है।
धरने पर किरोड़ीलाल मीणा
मामला बढ़ता देख शुक्रवार रात को राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा धरने पर बैठ गए थे। शनिवार सुबह सीकर सांसद सुबेधानंद और अलवर सांसद बालकनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की।
कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी राजगढ़ पहुंचे। उन्होंने कहा कि भाजपा का बोर्ड है और बोर्ड में प्रस्ताव पास हुआ है। इसलिए, भाजपा को पहले अपने नेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए।
सांसद बालकनाथ को झेलना पड़ा विरोध
सांसद बालकनाथ सहित भाजपा के काफी नेता शुक्रवार को मौके पर गए थे। यहां बालकनाथ को भी एक बार वापस जाओ के नारे सुनने पड़े। हालांकि कुछ देर बाद लोग शांत हो गए। फिर उन्होंने आसपास के लोगों से बातचीत भी की। यहां के स्थानीय विधायक जौहरी लाल मीणा के खिलाफ भी लोगों का गुस्सा है। उनका कहना है कि विधायक के बिना सहमति के मकान नहीं तोड़े जाते हैं। वहीं भाजपा नेता बन्नाराम मीणा मौके पर पहुंचे तो उनके खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की गई।
राजगढ़ में अब विवाद बढ़ता जा रहा है। जनप्रतिनिधियों के पहुंचने पर मौके पर भीड़ जमा हो गई। विरोध में लोग नारे भी लगाते हैं।
सरकार की मंशा ठीक नहीं
अलवर सांसद बालक नाथ, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने आपस में काफी देर तक बातचीत की। सांसद बालक नाथ ने जितेंद्र सिंह से कहा कि आपकी सरकार की मंशा सही नहीं है । मंदिरों पर बुलडोजर चला रही है। इससे जनता की आस्था को ठेस पहुंच रही है। इस मामले में जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
सांसद ने कहा की जिनके घर टूटे हैं और बेघर हुए हैं, उनको सहायता मिलनी चाहिए। मंदिर बनाने को लेकर सरकार को जल्दी अपना रुख साफ कर देना चाहिए। हम मंदिर के मामले में दोषियों के खिलाफ एक्शन करेंगे। पूर्व मंत्री ने जवाब में कहा कि आप लोगों को भी अपने नेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए।
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